Short horror story script in Hindi (काली रात) |
Horror story in Hindi reading
शीन न० १
समय – दिन
लोकेशन – सुरेश का घर / मोहल्ला (आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, इंस्पेक्टर, कांस्टेबल,
पानवाला, अन्य
पसीने से लतपत सुरेश घर के छत पर बैठा होता है. सुरेश के मोबाइल पर कई बार रिंग बजता है. सुरेश बार-बार छत से गलियारे में झाँकता है. गलियारे में लोग आ जा रहे होते हैं. पुलिस वैन का सायरन बजता है. सुरेश छत पर बनी दीवार के पीछे छिप जाता है. पुलिस वैन गली में आकर रुकती है. पुलिस वाले वैन से नीचे उतरते हैं. इंस्पेक्टर पान की दूकान पर जाता है. अपनी जेब से मोबाइल निकाल पान वाले को मोबाइल में एक तस्वीर दिखाता है.
इंस्पेक्टर – इस लड़की को पहचानते हो?
पानवाला मोबाइल पर गौर से दखते हुए
पान वाला – हाँ साहेब इ रश्मी बिटिया हैं. यहीं पड़ोस में रहती है.
इंस्पेक्टर – क्या आप हमें उसका घर दिखा सकते हो?
पान वाला – जी साहेब.
शीन न० २
समय – दिन
लोकेशन – जानकी का घर (आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, इंस्पेक्टर, कांस्टेबल,
पानवाला, जानकी, अन्य
पानवाला इंस्पेक्टर और दुसरे पुलिस वालो को लेकर रश्मी के घर आता है. इंस्पेक्टर दरवाजे पर नोक करता है. जानकी दरवाजा खोलती है.
जानकी – जी कहिये?
इंस्पेक्टर – जी रश्मी आपकी बेटी है?
जानकी – हाँ.
इंस्पेक्टर – देखिये आपको धीरज से काम लेना होगा.
जानकी – पर इंस्पेक्टर साहेब कहिये तो क्या हुआ है?
इंस्पेक्टर – आपकी बेटी रश्मी के साथ कुछ बदमाश लड़को ने गलत किया है. ओ खून से लतपत बेहोशी की हालत में हमें पुल के नीचे मिली. इस वक़्त ओ अस्पताल में है.
जानकी जोर-जोर से रोने लगती है.
शीन न० ३
समय – दिन
लोकेशन – सुरेश के घर का छत (आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, इंस्पेक्टर, कांस्टेबल,
पानवाला, अन्य
सुरेश के मोबाइल पर रिंग बजता है. मोबाइल रिंग सुन सुरेश डर जाता है और कॉल रिसीव करता है.
(कांपते हुए) सुरश – हाँ बोल?
रॉकी – कोई मैटर तो नहीं हुआ?
सुरेश – रश्मी के घर पुलिस आई है. मुझे बहोत डर लग रहा है.
रॉकी – देख डर मत सबके सामने ऐसे रियेक्ट कर जैसे कुछ हुआ ही नहीं है. उसने अपना चेहरा देखा नहीं है?
शीन न० ४
समय – दिन
लोकेशन – सुरेश के घर (इंडोर और आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, माया.
माया हाथ में थैला लेकर दरवाजे से घर के भीतर आती है.
माया – अरे ये दरवाजा कैसे खुला है?
माया के कमरों में ताक-झांक करती है. छत पर का दरवाजा खुला देख छत पर जाती है. सुरेश किसी के आने का आहट सुनता है.
सुरेश – रॉकी! मैं फोन रखता हूँ कोई आ रहा है.
रॉकी – देख सब के सामने नार्मल रह, जैसे कुछ हुआ ही नहीं है.
माया – सुरेश?
सुरेश – ठीक है ठीक है मैं रखता हूँ. हाँ माँ.
माया – तू कहाँ था एक हफ्ते से? तेरा फोन भी बंद आ रहा था. तेरे सारे दोस्तों के घर फोन किया लेकिन तेरा कुछ पता नहीं चला.
सुरेश – माँ मैं ओ... ओ माँ मैं...
माया – क्या मैं? देख नीचे पुलिस आई है. बेचारी रश्मी के साथ न जाने किन लोगो ने गलत काम किया. उसकी इज्जत तो बर्बाद ही किये और उसे अधमरा भी कर दिए. जिसने भी ऐसा किया होगा उन्हें नर्क में भी जगह नहीं मिलेगी. अरे कुछ बोलता क्यों नहीं.
सुरेश – हाँ हाँ माँ...
माया – तू बताया नहीं कहाँ था?
सुरेश – माँ ओ मैं अपने एक दोस्त के घर गया था. उसके माँ-बाप का रोड एक्सीडेंट में डेथ हो गयी. बस उसे ही दिलासा दिलाने के लिए उसके घर रुक गया. सॉरी माँ मैं किसी का कॉल भी रिसीव न कर सका.
माया सुरेश के चेहरे पर नाखून के निशान देखती है. माया सुरेश के चेहरे पर हाथ रखते हुए.
माया – अरे! ये तेरे चेहरे पर निसान कैसे?
(हडबडा कर) सुरेश – माँ ओ... ओ मैं बाइक से फिसल कर गिर गया.
माया – अरे, तुझे कुछ हुआ तो नहीं.
सुरेश – नहीं मैं ठीक हूँ.
माया – अच्छा जा नहाकर आ. मैं खाना लगा देती हूँ.
सुरेश – ठीक है, माँ.
शीन न० ५
समय – दिन
लोकेशन – सुरेश का घर (इंडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, माया
नल से लगतार पानी बह रहा होता है. सुरेश बाथरूम में अपने कपडे निकाल खून के निशान साफ़ करता है. माया बाहर से दरवाजा नोक करती है.
माया – सुरेश! बेटा किनती देर से अन्दर है, जल्दी आ खाना ठंडा हो जाएगा.
(आवाज़ देते हुए) सुरेश – आता हूँ माँ. आप चलो.
माया अपने आप से बडबडाते हुए
माया – न जाने ये लड़का क्या करता रहता है. मेरे तो कुछ समझ नहीं आता है.
सुरेश जल्द बाज़ी में अपने कपडे पानी में निचोड़ वहीँ सूखने के लिए डाल देता है. दुसरे कपडे पहनकर सुरेश बाथरूम से बाहर आता है. कमरे के डाइनिंग टेबल पर रखे खाने की थाली में खाना खाता है. सुरेश किचेन में झांकता है. माया किचेन में साफ़ सफाई कर रही होती है.
शीन न० ६
समय – रात
लोकेशन – सुरेश का घर (इंडोर)
कैरेक्टर – सुरेश,
सुरेश अपना कमरा अन्दर से बंद करता है. टेबल पर पड़े नकाब को उठाकर कपाट में छिपाता है. रिलैक्स होकर बेड पर पड़ जाता है. कमरे के छत का पंखा शोर मचाते हुए चल रहा होता है. सुरेश की नजर पंखे पर पड़ती है और आँखे बंद कर लेता है.
फ़्लैश बेक-
(एक लड़की की परछाई सो रहे सुरेश के पास आती है. लड़की तकिया लेकर सुरेश का मुह दबाती है और सुरेश तड़पता है. सुरेश चीखकर जग जाता है. सामने कोई नहीं होता है.)
सुरेश के चेहरे पर पसीना और घबराहट होती है. उसकी नजर कमरे में शोर कर रहे पंखे पर पड़ती है और सुरेश उठकर पंखे का स्विच ऑफ कर देता है. शोर करता हुआ पंखा बंद होते ही कमरे में सन्नाटा छा जाता है. धीरे से सुरेश फिर से बिस्तर पर लेट जाता है. सुरेश को नींद नहीं आ रही होती है.
शीन न० ७
समय – दिन
लोकेशन – सुरेश का घर (इंडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, माया
सुबह होती है. माया बिस्तर से उठकर बाथरूम में जाती है वहां पर उसे लाल रंग बिखरा हुआ दिखाई देता है. ओ अपने हाथ से रंग छूती है. उसे अहसास होता है ये खून है. वह बाथरूम से भागते हुए सुरेश के कमरे में जाती है. सुरेश बिस्तर पर सो रहा होता है. माया कपाट से सारे कपडे निकालती है. उसे कपाट में एक मास्क मिल जाता है. माया किचेन में आकर गैस ओन करती है और हाथ में लिए मास्क को जला देती है.
शीन न० ८
समय – दिन
लोकेशन – पहाड़ी / हिल (आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, रॉकी
एक महीने बाद (ओन स्क्रीन)
सुरेश और रॉकी दोनों अपनी-अपनी मोटर साइकिल से एकांत पहाड़ी पर पहुचते है. दोनों एक साथ एक सूनसान जगह पर इकठ्ठा होते हैं. दोनों कुछ देर के लिए शांत रहते हैं और फिर कुछ देर में बाते करते हैं.
सुरेश – रॉकी, जो हुआ सही नहीं हुआ.
रॉकी – क्या करते उसने तेरे प्यार को ठोकर मार दी थी.
सुरेश – साली को कितनी बार “आई लव यू” बोला, लेकिन उसको तो मुझमे इंटरेस्ट ही नहीं था. मैं इतना खराब दिखता हूँ?
रॉकी – इसीलिए तो हमने कर दिया उसका चीरहरण. यार मूड बहुत ख़राब है चल निकाल बिअर कि बोटल.
सुरेश अपने बैग से बिअर की बोलत निकलता है दोनों बिअर पीते हैं.
सुरेश – (हँसते हुए) चीरहरण!
सुरेश और रॉकी दोनों बिअर पीते हुए जोर-जोर से हँसते हैं.
शीन न० ९
समय – दिन
लोकेशन – सुरेश का घर और मोहल्ला (इंडोर/ आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, माया, अन्य लोग
माया घर के किचेन में खाना बना रही होती है. घर के बाहर गली से शोर सुनाई देता है. माया किचेन से निकल घर के दरवाजे पर जाती है. लोगो की भीड़ रश्मी के आत्मा की शांति के लिए कैंडल मार्च करते हुए जा रही होती है. माया अपने सर पर हाथ रख सोचते हुए घर के दरवाजे पर बैठ जाती है. माया के आँखों में आँसू होते हैं.
शीन न० १०
समय – रात
लोकेशन – सुरेश का घर (इंडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, माया
सुरेश नशे में घर आता है. सुरेश की नजर कमरे में सो रही माया पर पड़ती है. सुरेश लडखडाते हुए अपने कमरे में चला जाता है और भीतर से अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लेता है. लड़खड़ाते हुए फ़र्स पर गिर पड़ता है. टिक टिक कर के घडी चल रही होती है.
दरवाजा से रश्मी अन्दर आती है और फ़र्स पर सो रहे सुरेश को जगती है. सुरेश अपनी आंखे खोल के देखता है और सामने रश्मी को देख डरते हुए जगकर फ़र्स पर बैठ जाता है.
सुरेश – तुम?
रश्मी – हाँ मैं! मैं अभी जिन्दा हूँ. और तुमने ही मेरे साथ रेप किया और अब ये बात मैं पूरी दुनिया को बता दूंगी.
सुरेश – नहीं मैं ऐसा तुझे करने नहीं दूंगा.
रश्मी दरवाजे की तरफ जाती है. सुरेश भी पीछा करते हुए उसके पीछे जाता है. रश्मी बंद दरवाजे से बाहर निकल जाती है. सुरेश दरवाजे के पास आता है.
सुरेश – (बडबडाते हुए) अरे! दरवाजा तो बंद है, ओ बाहर कैसे गयी. लगता है मुझे ज्यादा चढ़ गयी है. लेकिन ओ तो मेरे सामने थी. अब ओ सब को बता देगी. मुझे उसे रोकना होगा.
सुरेश दरवाजा खोलकर बाहर आता है. सुरेश देखता है रश्मी सीढ़ियों से छत पर जा रही होती है. सुरेश उसके पीछे जाता है.
शीन न० ११
समय – रात
लोकेशन – सुरेश के घर का छत (आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, माया
रश्मी और सुरेश दोनों छत पर आमने-सामने होते हैं.
रश्मी – अब मैं सब को चिल्ला चिल्ला के बता दूं, की मेरा रेप तुमने किया.
सुरेश – देख रश्मी मुझे माफ़ कर दे. ओ रॉकी मुझे ऐसा करने के लिए बोला. नहीं तो मैं तो तुझसे प्यार करता हूँ.
रश्मी – ओ तो मेरे हाथो मारा गया.
सुरेश – नहीं! तू झूठ बोल रही है.
रश्मी – देख मेरे हाथ में उसी का खून लगा है. और अब तेरी बारी है. (चिल्लाकर) सुनो दुनिया वालो इस कमीने ने ही मेरे साथ गलत किया है.
सुरेश – नहीं रश्मी.
रश्मि धीरे-धीरे छत के कोर्नर कर जाती है. सुरेश भी उसके पीछे जाता है.
रश्मी – (चिल्लाकर) जाग जाओ दुनिया वालो.
सुरेश मैं तुम्हे ऐसा करने नहीं दूंगा. रश्मी जोर जोर से हंसती है. सुरेश रश्मी को पकड़ने के लिए उसके पीछे भागता है और छत से फिसल कर छत से नीचे गिर जाता है. रश्मी और जोर जोर से हंसती है और आत्मा बन के उड़ जाती है.
शीन न० १२
समय – दिन
लोकेशन – मोहल्ला (आउटडोर)
कैरेक्टर – सुरेश, माया, अन्य लोग
सुरेश की लाश जमीन पर पड़ी होती है. लोगो की भीड़ जमा है. माया सुरेश के पास बैठ रो रही होती है.
समाप्त--
Kaya ye sabhi short film script free hai
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