Hindi novel read online free (ये रिश्ता कैसा है?)
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ये रिश्ता कैसा
है?
मोना एक मशहूर सिंगर है। पर आकाश के प्यार में पड़कर जो सिंगिंग छेत्र में संघर्स कर रहा होता है, एक असफल लड़का उससे मोना शादी कर लेती है। मोना मशहूर गायिका है उसके पास ढेर सारे पैसे हैं। उन्ही पैसो से आकाश एक कंपनी खोल लेता है। और अपनी ही कंपनी के बिज़नस पार्टनर रत्ना के प्यार में पड़कर, अपनी शादी सुदा ज़िन्दगी दाँव पर लगा देता है। आकाश और रत्ना दोनों मिलकर मोना की दौलत पाना चाहते हैं। वहीँ दूसरी ओर मोना भी अपने पति आकाश को भुलाकर अपने स्कूल टाइम के एक लडके से मिलती जुलती है। और ऐसे हालात में एक दिन मोना घर से गायब हो जाती है। उसकी काफी तलाश करने के बाद जब मोना नहीं मिली तो पुलिस वाले मिस्टर आकाश को गिरफ्तार करके थाने में लाये हैं।
पुलिस थाने में
पुलिस आकाश से पूछताछ कर रही होती है
आकाश- मैं सच बोल रहा हूँ मोना का किडनैप हुआ है। और कोई मुझे फंसाने की कोशिश कर रहा है। हर बार कोई मुझ पर दोष मढ़ने की कोशिश करता है।
ए.सी.पी.- सचमुच? हो सकता है कि उस आदमी को तुमने कल रात घर के सामने देखा हो?
आकाश- हाँ, हो सकता है। आप उसकी तलाश क्यों नहीं करते?
ए.सी.पी.- ओह, मैं कसम से कहता हूँ, मैंने भी ऐसा करने के बारे में सोचा रहा था।
आकाश- मैंने अपनी पत्नी के साथ कुछ भी गलत नहीं किया। आप विश्वास करो।
ए.सी.पी.- तुम जा सकते हो।
आकाश- ओके ठीक है. थैंक
यू!
आकाश उठकर जाने जाता है. और जाते वक़्त उसके बॉडी से परफ्यूम
की खुशबू आती है
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- ओह, परफ्यूम बहुत भारी है।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- इसकी बिज़नस पार्टनर रत्ना। वह भी यही परफ्यूम इस्तेमाल करती
है. और उस रात पुलिस रेड में दोनों एक ही कमरे से बरामद हुए थे.
ए.सी.पी.- यही वजह है कि इसने अपनी पत्नी को मार डाला। एक गरीब लड़का अमीर लड़की से शादी करता है। और फिर उसे दूसरी प्रेमिका मिल जाती है। अब वह न तो पैसे छोड़ सकता है और न ही प्रेमिका। और फिर ऐसा होता है...
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- क्या हम उस आदमी की खोज करें जिसके बारे में इसने बयान दिया है?
ए.सी.पी.- ओह, वह तो बस एक कहानी थी... वह हमारा ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- ठीक है। फिर मैं उसकी कंपनी में उनके कर्मचारियों से पूँछताछ करती हूं।
ए.सी.पी.- ओके।
आकाश पुलिस थाना के गेट से बाहर आता है.
आकाश (मन में सोचते
हुए)- उन्हें मुझ पर शक है। लेकिन वे कुछ साबित नहीं कर सकते। लेकिन मैंने कोई गलत
काम नहीं किया! मैं उसे रास्ते से हटाना
तो चाहता था, पर मेरा काम किसी और ने कर दिया।
कांस्टेबल आकाश के पास आता है.
कांस्टेबल (पोलिस वाला)- आकाश बाबू! यहाँ पर आइये, मैं तुम्हे घर छोड़ देता हूँ.
आकाश- मैं कैब से चला जाऊँगा। थैंक यू!
कांस्टेबल (पोलिस वाला)- आकाश जी चुपचाप गाडी में बैठ जाये. यह ए.सी.पी. साहेब का
आदेश है.
आकाश को मजबूरन पुलिस वैन में बैठना पड़ता है और पुलिस वैन
उसे लेकर उसके घर जाती है, उसे छोड़ने के लिए.
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दूसरी ओर पत्रकार ए.सी.पी. को घेरे हुए हैं और उनसे सवाल जवाब करते हैं।
ए.सी.पी.- मिस मोना और मिस्टर आकाश के बीच हाल ही में कुछ आपसी झगड़ा चल रहा है।
पत्रकार- आपका क्या मतलब है? मारपीट?
ए.सी.पी.- नहीं, नहीं... ऐसा कुछ नहीं है। मेरा मतलब है एक आम पति और पत्नी की समस्याएं...
पत्रकार- पति-पत्नी की समस्या? क्या आप बिस्तार से बता सकते हैं?
ए.सी.पी.- सुनो, मुझे वास्तव में इस तरह
बोलना पसंद नहीं है। यह निजी जीवन है। लेकिन चूंकि यह जीवन और मृत्यु का मामला है,
इसलिए मुझे बोलना चाहिए। श्रीमती मोना को अपने
पति पर शक था। उसे लगा कि वह उसे धोखा दे रहा है।
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दूसरी ओर आकाश की बिज़नस पार्टनर और प्रेमिका रत्ना आकाश के
मोबाइल पर कॉल करती है.
आकाश(मोबाइल पर)- हाँ रत्ना बोलो?
रत्ना- आकाश, क्या तुम घर पर हो?
आकाश(मोबाइल पर)- हां।
रत्ना- अकेले हो?
आकाश(मोबाइल पर)- हाँ।
रत्ना- टीवी ओन करो। जल्दी करो, जल्दी करो…
रत्ना- क्या तुमने ओन किया?
आकाश(मोबाइल पर)-बस एक सेकंड रुक जाओ।
आकाश टीवी ओन करता है. टीवी पर ए.सी.पी. और पत्रकार के बीक
वार्तालाप चल रही होती है.
पत्रकार- क्या आपका पुलिस विभाग जानता है कि श्रीमती मोना का पति उसे
धोखा दे रहा है?
ए.सी.पी.- बिलकूल नही। लेकिन जब मैंने आकाश को यह कहते सुना, 'मैं अपनी पत्नी से प्यार करता हूं और मैं उसकी
जान बचाना चाहता हूं। प्लीज हमारी मदद करें, 'मुझे बहुत गुस्सा आया। अगर यह सच है... तो मुझे नहीं पता कि
क्या कहना है।
पत्रकार- वह दूसरी लड़की कौन है? जिसके प्यार में आकाश पड़ा है. क्या उसने आपसे कुछ कहा?
ए.सी.पी.- नहीं, अभी तक मुझे भी इस बारे में कोई
जानकारी नहीं है।
आकाश टीवी बंद कर देता है और सोच में पड़ जाता है.
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राजन अपनी छोटी बेटी दीपिका के साथ सड़क किनारे ठेले पर होता
है. राजन एक सस्पेंडेड पुलिस वाल है पर अब वह सड़क किनारे सैंडविच बेचा करता है. और
रिश्ते में आकाश का जीजा है. पर उसकी बहन और उसके जीजा में तलाक को लेकर झगडा भी
चल रहा है.
राजन- बेटा इस सैंडविच को खा लो।
दीपिका- डैड, मैंने आपसे कहा न कि मैं इसे नहीं खाऊंगी।
राजन- क्यों? आप तो हमेशा मेरे बनाए सैंडविच को बड़े प्यार से खाती थी।
दीपिका- हाँ। लेकिन आज मेरा मूड अपसेट है।
राजन- मोना मामी के
लिए?
दीपिका- हाँ।
राजन- तुम चिंता मत करो। वह ठीक होगी। पुलिस वाले उसे जल्द ही ढूंढ लेंगे।
दीपिका- हाँ मम्मी भी यही कहती है, लेकिन वो अभी भी गायब हैं न?
राजन- मैं तुमसे कहता हूं, वह मिल जाएगी। मुझ पर विश्वास करो। चलो, अब खा लो।
दीपिका- आप भी तो पुलिस वाले हैं। आप उनकी तलाश क्यों नहीं करते?
राजन- मैं भी एक पुलिस वाला हूं लेकिन अभी मैं एक सीक्रेट एजेंट हूं। और इस वक़्त सभी की नजर में मैं एक सैंडविच विक्रेता हूं।
दीपिका- आप कभी यूनिफॉर्म पहन कर स्कूल क्यों नहीं आते? मेरे दोस्त मुझ पर विश्वास नहीं करते की मेरे पिता पुलिस में हैं।
राजन- मैं अपना सीक्रेट
मिशन ख़त्म करने के बाद... एक दिन आपके स्कूल में जरूर आऊँगा। आप चिंता मत करो।
राजन की पत्नी प्रिया शौपिंग करके राजन के ठेले पर आती है.
और दीपिका से कहती है.
प्रिया- अब हमें चलना चाहिए! देर हो रही है। चल!
राजन- अच्छा बेटा जाते
जाते एक चुम्मी तो दे दो। और सैंडविच याद से खा लेना. बाय!
राजन और उसकी पत्नी प्रिया दोनों एकदूसरे से बात नहीं करते
हैं और प्रिया दीपिका को साथ लेकर चली जाती है.
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उनके जाने के बाद राजन के ठेले पर आकाश आता है।
आकाश- राजन, राजन...
राजन- वाह! क्या तुम अभी
भी उस लड़की के साथ बाहर घूम कर आ रहे हो?
आकाश- क्या आपने भी देखा?
राजन- वह कौन है? मोना के साथ ऐसा करने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?
आकाश- आप उस बकवास को
भूल जाओ। सुनो, पुलिस को मुझ पर
शक है। उन्हें लगता है कि मैंने मोना का अपहरण कर किया है। वे यह भी सोचते हैं कि
मैंने उसे मार डाला।
राजन- क्या? तुमने ये क्या किया?
आकाश- क्या मैं ऐसा काम कर सकता हूँ? आप तो मुझे जानते हैं।
राजन- खैर, एक पुलिसकर्मी के रूप में अपने अनुभवों से मैंने एक बात सीखी है। कोई भी कुछ भी कर सकता है। अगर कोई कारण होतो... और तुम्हारे पास तो कई कारण हैं...
आकाश- जीजाजी, मेरी मदद करो। मेरी रक्षा करो। मुझे साबित करना होगा कि मैं निर्दोष हूं। प्लीज… क्या आप मेरी मदद करेंगे? मैं आपसे सच कह रहा हूँ!
राजन- ठीक है, तो बताओ। वह लड़की कौन है?
आकाश - रत्ना।
राजन- रत्ना? तुम्हारी बिजनेस पार्टनर? ओह, सच कहूं तो वह खूबसूरत है। मेरा मतलब तुम्हारा उससे कुछ चक्कर है न?
आकाश- क्या कह रहे हो? मेरा रत्ना के खूबसूरती से क्या लेना देना। मेरी वाइफ मोना मेरी जिंदगी है... कोई मेरी जिंदगी खत्म करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस को मेरी कार की डिक्की में कुछ खून के धब्बे मिले हैं। शायद मोना के हो?…
राजन- यह अच्छा नहीं है... लेकिन तुम्हे गिरफ्तार किया जाता है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।
आकाश- मैं क्या करूंगा? मैं कैसे साबित कर सकता हूं कि मैं बेगुनाह हूं?
राजन- तुम अपने आप को कैसे निर्दोष साबित कर सकते हो? हमें दोषी को ढूंढना होगा। यही एक मात्र मार्ग है। चलो, थोड़ा सोचो... कौन हो सकता है?
आकाश- मुझे पता नहीं है।
राजन- शायद मोना का कोई बॉयफ्रेंड था?
आकाश- तुम क्या कह रहे हो? मेरी पत्नी ऐसा कभी नहीं करेगी! मेरी पत्नी मुझे कभी धोखा नहीं दे सकती!
राजन- इतना पक्का मत बनो। शायद उसके पिता की कंपनी से कोई था? कोई पुराना प्रेमी?
आकाश- नहीं, नहीं... हमारा रिश्ता सीरियस था।
राजन- तुम निश्चित हो?
आकाश- हां मैं हूं।
राजन- यदि तुम इतना निश्चित हो, तो शायद तुम मुझे बता सकते हो कि वह व्यक्ति कौन है जो कुछ समय से हमारा पीछा कर रहा है। अपने पीछे मुड़कर देखो। पुलिसवाले कभी भी लोगों का पैदल पीछा नहीं करते हैं।
आकाश- यह वही आदमी है जिसे मैंने कल रात घर के बाहर देखा था।
आकाश पीछे मुड़कर उसका पीछा करता है.
आकाश- रुक जाओ! भागो
मत!
आकाश भागकर उस लडके को पकड़ लेता है. उसकी गर्दन को दबोचे
आकाश उससे सवाल करता है.
आकाश- तुम कौन हो? तुम मेरा पीछा क्यों कर रहे हो? क्या तुमने मेरी पत्नी का अपहरण कर लिया?
शीबा- तुम अभी भी उसे अपनी पत्नी मानते हो? तुम्हे शर्म नहीं आती?
आकाश- कल रात तुम मेरे घर के सामने क्या कर रहे थे? तुम मेरी पत्नी को कैसे जानते हो?
शीबा- मैं उसका स्कूल का फ्रेंड हूँ।
आकाश- तुम झूठ बोल रहे हो। उसने कभी भी तुम्हारे बारे में जिक्र नहीं किया।
शीबा- लेकिन उसने तुम्हारे बारे में बहुत कुछ बताया है मुझे। लेकिन इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता। वह मुझसे अपनी परेशानी साझा करती थी। वह तुम्हारी बिज़नस पार्टनर के बारे में सब जानती है.
आकाश- तुम्हारा क्या मतलब है?
शीबा- तुम जानते हो कि मेरा क्या मतलब है? वह रत्ना है!
आकाश- फिर उसने मुझसे कुछ क्यों नहीं कहा?
शीबा- क्योंकि वह वैसी ही है... वह जिससे प्यार करती है उसकी परवाह करती है। तुम अच्छे से जानते हो न? उसने तुम्हारे बारे में कुछ भी गलत नहीं कहा। और इसके अलावा वह तुम्हारे बारे में चिंतित भी रहती थी। वह सोच रही थी कि तुम मूर्ख हो।
आकाश- मूर्ख?
शीबा- तुम्हारी बिज़नस
पार्टनर तुम्हारा सहारा लेकर तुम्हारी पत्नी के पैसो को पाना चाहती है. और
तुम भी इस बात से वाकिफ हो... तुम एक घटिया किस्म के आदमी हो। अगर मोना के
साथ कुछ गलत होता है तो तुम जिम्मेदार होंगे। तुमने उसे मार डाला! इन सबके लिए तुम
दोषी हो।
आकाश मोना के ख्यालो में खो जाता है। उसके सामने मोना का
चेहरा आ जाता है।
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Hindi novel pdf / Best Hindi novels to read online (ये रिश्ता कैसा है?)
(फ्लैश-बैक)
आकाश- क्या तुम रो रही हो?
मोना- फिल्म का अंत इस तरह क्यों हुआ? वह क्यों मरी? उसे अभी ही तो अपना प्यार मिला था।
आकाश- डार्लिंग, पागल मत बनो। यह
सिर्फ एक फिल्म थी।
मोना- जी हां, सच है लेकिन असल
जिंदगी में भी ऐसा होता है। कल्पना करो... मैं एक डॉक्टर के पास जाती हूँ और वह
मुझसे कहता है कि मैं तीन महीने में मर जाऊँगी... फिर तुम क्या करोगे?
आकाश- अपने आपको संभालो.
मोना- तुम क्या करोगे?
आकाश- मोना, बेशक मैं पागल हो
जाऊँगा। मैं तुम्हारी जान बचाने के लिए कुछ भी कर सकता हूं।
मोना- लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका। उसने उसे शमशान के हवाले कर दिया…
आकाश- तुम नहीं मर सकती मोना। मैं तुमसे प्यार करता हूँ। और मैंने तुमसे शादी की है।
मोना के ख्यालो में खोया आकाश दोबारा होश में आता है और
सामने खड़ा वह व्यक्ति वहां से जा चूका होता है।
(फ्लैश बैक ओवर )
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प्रिया अपनी बेटी दीपिका और अपनी माँ के साथ माइके में एक
गरीब बस्ती में रहती है। आकाश अपनी बहन के घर जाता है. जहाँ उसकी बहन के साथ उसकी
माँ भी साथ में रहती है। आकाश डोर पर बेल बजाता है और दीपिका डोर खोलती है।
आकाश- दीपिका?
दीपिका- मामा?
आकाश- हाँ, बेटा?
दीपिका- मामी मेरे लिए
खिलौने लाने वाली थी. ओ कहाँ हैं?
आकाश- बेटा ओ कुछ काम
से बाहर गयी हैं। ओ जल्द आ जाएंगी।
दीपिका- मामा मुझे पता है
उन्हें किसी ने किडनैप कर लिया है न?
आकाश- तुम्हारा मामा
तुम्हारी मामी को छुड़ाकर जरूर लायेगा। तुम चिंता मत करो। देखो मैंने तुम्हारे लिए
क्या लाया है।
आकाश अपनी जेब से चोकलेट निकालकर दीपिका को देता और दीपिका
चोकलेट लेकर अपने कमरे से भाग जाती है.
आकाश- माँ, आप कैसी हो?
जानकी- पहले तुम मुझे ये
बताओ। तुम अपनी इतनी खूबसूरत पत्नी के साथ कैसे गलत कर सकते हो?
आकाश- यह सच नहीं है।
जानकी- मुझे सच बताओ!
आकाश- माँ ओ मेरे पडोसी
पागल हैं, जो मीडिया वालो के सामने कुछ भी बकते रहते हैं। ओ लोग नहीं जानते कि वह
क्या कह रहे हैं।
जानकी- मुझे तो चिंता हो
रही है।
प्रिया- माँ, आप बैठ जाओगी? प्लीज... आपका ब्लड प्रेसर बढ़ जायेगा... यह हास्यास्पद है... मोना उस तरह की महिला नहीं हैं, जो पड़ोसियों के साथ अपने निजी जीवन के बारे में बात करेगी।
जानकी- लेकिन उसका अपहरण हुआ है, यह तो सच है। पुलिस अभी तक कुछ नहीं कर पायी। वे उसे अभी तक क्यों नहीं ढूंढ पाए?
आकाश- बस करो माँ, अभी के लिए काफी है। मुझ पर दबाव मत डालो। ये मानो आप उसके बहुत करीब हो...
जानकी- मैं तुमसे अब एक और शब्द नहीं कहूंगी। बिलकुल नहीं…
प्रिया- आकाश, क्या तुम नहीं जानते कि तुम्हारे आसपास क्या हो रहा है?
आकाश- आपका क्या मतलब
है?
प्रिया- मेरा क्या मतलब है? इस तस्वीर को देखो। तुम जानते हो कि इसे कब लिया गया था? तुम्हारी भतीजी के जन्मदिन पर। वह जन्मदिन जो तुम्हे कभी याद नहीं रहता... ओ दिल की बहुत अच्छी है। इतनी मशहूर और पैसे वाली हो कर भी वह इस बस्ती में आई थी। और यहाँ के गरीब बच्चो में मिठाइयाँ बाटी।
आकाश- मोना? यहां? इस मोहल्ले में?
प्रिया- हाँ, इस मोहल्ले में। और उसे यह जगह पसंद आई, जिसे जगह को तुम उससे हमेशा से छिपाना चाहते थे।
आकाश- उसने इस बारे में मुझसे कुछ क्यों नहीं कहा?
जानकी- वह जानती थी कि तुम उसे ऐसा नहीं करने दोगे। तुम स्वयं हमसे मिलने नहीं आते; तो क्या तुम उसे ऐसा करने दोगे?
प्रिया- माँ... बस, भगवान के लिए इस बात को यहीं ख़त्म करो।
जानकी- तुमने हमें सालों तक अकेला छोड़ दिया। तुमने कभी नहीं पूछा कि हम क्या कर रहे हैं।
आकाश- मेरी अपनी कई जिम्मेदारियां
हैं...
तभी राजन वहां आ जाता है।
आकाश- जीजा जी हमने आपसे कभी ऐसी उम्मीद नहीं की थी। मैं सिर्फ आपको याद कर रहा था और आपसे मिलना भी चाहता था।
जानकी- तुम कभी उस लड़की के प्यार के लायक नहीं थे। अगर तुम्हारी वजह से उसके साथ कुछ गलत होता है, तो मैं तुम्हे कभी माफ नहीं करूंगी। यहाँ कभी मत आना!
आकाश- ओहो माँ आप फिर शुरू हो गयी। अच्छा, दीपिका कहाँ है?
जानकी- अंदर... वह रो
रही है।
आकाश दीपिका के कमरे में जाता है। जहाँ वह रो रही होती है। वहां पडा एक खिलौना आकाश अपने हाथो में
उठा ली है।
दीपिका- मामी ने यह मुझे
दिया था। सच कहूं तो, उन्होंने ये सब लेकर आयी थी।
आकाश- वह फिर से लाएगी, तुम चिंता मत करो। हाँ, ये मुझसे छिपाने के लिए उसने तुम्हे क्या रिश्वत दी थी?
दीपिका- एक डॉल! जिसे
मैंने सभी से छिपाकर रखा है। वह बैटरी से चलती है, पर मैंने उसकी बैटरी ऑफ कर के
रख दी है और घर में इस डॉल के बारे में किसी को भी कुछ नहीं पता।
आकाश- डॉल?
दीपिका- हाँ रुको मैं
तुम्हे दिखाती हूँ।
दीपिका अपने बिस्तर के नीचे बेड में छिपाकर डॉल रखी होती है।
उसी को वह निकालकर आकाश को देती है.
आकाश- बेटा इस डॉल को
मैं रख लेता हूँ। तुम्हे इससे बड़ी डॉल लाकर दूंगा। लेकिन इस बारे में किसी से कुछ
मत कहना!
दीपिका- ओके मामू!
आकाश(सोचते हुए)- ये डॉल तो रत्ना ने मॉल में खरीदी थी। लेकिन ये यहाँ कैसे
आई मुझे पता करना होगा।
आकाश को उसमे एक टाइम बोम्ब लगा हुआ नजर आता है। आकाश डॉल
लेकर कमरे से बाहर निकल जाता है।
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आकाश अपने घर आता है, जहाँ पुलिस वाले उसके घर में तलासी ले
रहे होते हैं।
आकाश- इंस्पेक्टर साहेब! क्या कोई सुराग मिला?
पोलिस वाला- नहीं अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
आकाश- मैं अपनी घड़ी
ढूंढ रहा हूं। मेरी पत्नी का उपहार... खो जाने पर मुझे दुःख होगा। मैं ऊपर देखता
हूं।
पोलिस वाला- रुको ये तुम्हारे हाथ में डॉल कैसी है?
आकाश- नहीं इंस्पेक्टर
साहेब ये मुझे अभी घर के बाहर मिला।
पोलिस वाला- घर के बाहर? दिखाना तो?
आकाश उस डॉल को इंस्पेक्टर के हाथ में दे देता है। पुलिस वाले बड़े गौर से उस डॉल को देखते
हैं और उन्हें उस डॉल में लगा टाइम बोम्ब दिख जाता है।
पोलिस वाला- ओह माय गॉड! इसमें टाइम बोम्ब लगा है।
इंस्पेक्टर उस बोम्ब को लेकर घर के पीछे भागते हुए फेक देता
है। और एक जोर का धमाका होता है. लेकिन सभी बाल-बाल बच जाते हैं।
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ए.सी.पी. आकाश से पूँछताछ कर रहा होता है।
ए.सी.पी.- ओ डॉल तुम्हारे पास कैसे आई?
आकाश- (चिल्लाकर) सौ बार तो बता चूका हूँ।
ए.सी.पी.- धीरे बात करो। तुम्हे पता है न तुम किससे बात कर रहे हो।
आकाश- ओ डॉल मुझे घर के
बाहर डोर पर रखी मिली और मैं उसे उठाकर घर के भीतर ले गया। जहाँ आपके ऑफिसर मौजूद
थे। हमें कुछ करना चाहिए, सर। हम इस तरह प्रतीक्षा नहीं कर सकते।
ए.सी.पी.- हाँ, हम अपना काम कर रहे हैं। इसको हिरासत में ले लो!
आकाश- क्या?
ए.सी.पी.- घर में मिला वह खून... यह तुम्हारी पत्नी का है। हम सुनिश्चित हैं की सब कुछ तुमने ही किया है।
आकाश- क्या? आप मुझ पर आरोप लगाते हो? सुनो, मैंने कुछ गलत नहीं किया। मैं अपनी पत्नि से बहोत प्रेम करता हूँ।
ए.सी.पी.- उसको ले जाइये!
दो कांस्टेबल आकाश को पकड़ कर ले जाने लगते हैं।
आकाश- आप गलती कर रहे हैं। ये मुझे फ़साने की कोशिश चल रही है। सुनो, वह आदमी... वह आदमी जिसका मैंने जिक्र किया था। वह पूरे दिन मेरे पीछे था। मैंने उसे पकड़ लिया और पूँछा। उसने कहा कि वह मोना का दोस्त था। और उसने कहा कि वे समय-समय पर व्हाट्सअप्प पर चैट भी करते हैं।
ए.सी.पी.- उसका नाम क्या है? तुमने यह नहीं पूछा?
आकाश- मुझे नहीं पता। मैंने नहीं पूछा।
ए.सी.पी.- इसको ले जाइये।
आकाश- आप गलती कर रहे
हो। मैं निर्दोष हूं।
पुलिस वाले उसे पुलिस वैन में बिठाकर थाने ले जाने लगते हैं।
तभी मोना के घर के बाहर खड़े पत्रकार आकाश को घेर लेता हैं और रिपोर्टिंग करने लगते
हैं।
पत्रकार- हम मोना के घर के सामने हैं। पुलिस ने अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। यहां कई लोग जमा हैं, वे सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं...
पत्रकार- मोना कहाँ है? मिस्टर आकाश…
आकाश- मेरी गलती नहीं
है। मुझे छोड़ दो! दोषी बाहर है! मैंने कुछ गलत नहीं किया! मैं अपनी पत्नि से
प्रेम करता हूँ! मैं मोना से प्यार करता हूँ!
तभी एक ड्रोन उड़ता हुआ उनकी ओर आ रहा होता है।
ए.सी.पी.- इस्पेक्टर! ऊपर देखो!
पत्रकार- एक ड्रोन आ रहा है! सब बड़ी उत्सुकता से देख रहे हैं। हम ड्रोन को स्क्रीन पर दिखा रहे हैं।
ए.सी.पी.- हर जगह जाकर चेक करो। और भीड़ को तितर-बितर करें। अभी!
आकाश- इंस्पेक्टर मुझे छोड़ दो।
पत्रकार- मिस्टर आकाश आप कुछ नहीं बोलोगे?
आकाश- मैं... मुझे
विश्वास है कि मेरी पत्नी जीवित है। कृपया अगर आपको कुछ पता है तो पुलिस को जरूर सूचित
करें। मोना की जान बचाने में हमारी मदद करें। प्लीज…
ड्रोन जमीन पर नीचे आकर रुकता है। वह जमीन पर एक पैकेट छोड़ दोबारा उड़ जाता है। उस पैकेट को नेहा इंस्पेक्टर खोलती है।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- ए.सी.पी. सर इसमें एक सी. डी. है।
ए.सी.पी.- ठीक है पहेले थाने चलो, फिर इसे चलाकर दखते हैं, क्या है?
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सभी पुलिस वाले आकाश को लेकर थाने आते हैं। पुलिस उस सी डी को टेलीविज़न पर चलाकर देखती है और उसमे एक सन्देश लिखकर टीवी पर आता है। “वह जीवित है! पचास लाख रुपये का इस्तेजाम करो, उसे वापस जिंदा पाने के लिए। कल शाम पांच बजे तक पैसे मिल जाने चाहिए। मिस्टर आकाश पैसो को अकेले लेकर समंदर के बीच टापू वाले डॉक पर आ आना। उम्मीद है तुम समझदारी दिखाओगे, वर्ना अन्जाम बुरा होगा।”
आकाश- वह जीवित है!
इसका क्या मतलब है? पचास लाख रुपये चाहिए?
ए.सी.पी.- पचास लाख रुपये को इकट्ठा करो... अपनी पत्नी को अगर जिंदा पाना चाहते हो तो।
कल तक सारे पैसे का इन्तेजाम होना चाहिए।
इंस्पेक्टर- लेकिन कल तो रविवार है, बैंक बंद रहेगा।
आकाश- उन्हें बैंक खोलने
के लिए कहें। आप पुलिस वाले हैं! प्लीज हम समय बर्बाद कर रहे हैं। क्या आपको यह नहीं दिख
रहा?
आकाश थाने से निकलकर जाने लगता है.
ए.सी.पी.- उसे रोकें!
कांस्टेबल आकाश का रास्ता रोक लेता है।
आकाश- मेरी बात सुनो। मेरी पत्नी जीवित है।
कांस्टेबल- अंदर जाओ!
आकाश- फिरौती 5 लाख की है। हमारे पास सिर्फ 15 घंटे हैं। मुझे छोड़ दो! हमें जल्द कुछ करना होगा।
ए.सी.पी.- इसे लॉकअप में बंद कर दो।
आकाश- आप मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते! मैं अकेला व्यक्ति हूं जो उसे बचा सकता हूं।
ए.सी.पी.- हो सकता है कि तुमने ही ये सब कुछ प्लान किया हो। ऐसा हो सकता है।
आकाश- मोना के वापस आने के बाद आप मेरे साथ कुछ भी कर सकते हैं जो भी करना चाहे। लेकिन मैं आपसे विनती कर रहा हूं, कृपया उन्हें बैंक खोलने के लिए कहें। मुझे अपनी पत्नी की जान बचानी है।
ए.सी.पी.- ठीक है, इसे छोड़ दो।
ए.सी.पी.- इंस्पेक्टर, किडनैपर हमसे बहुत बड़ी रकम चाहता है। हम उसे पचास लाख देंगे
और मोना जी को बचाएंगे। आप लोग बैंक वालो से बात करो? ठीक है।
इंस्पेक्टर बैंक में कॉल करता है और उन्हें बैंक खोलने के
लिए राजी कर लेता है।
ए.सी.पी.- आप इसे बैंक ले जा सकते हैं।
आकाश- थैंक यू सर।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह कोई खेल खेल रहा है... क्या सच में कोई किडनैपर मौजूद है? क्या मैं इसकी जांच करूं?
ए.सी.पी.- हाँ, जरूर करो।
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पुलिस वाले आकाश को लेकर बैंक जाते हैं। जहाँ बैंक के बाहर कई पत्रकार इक्कठा हुए हैं।
पत्रकार- हर कोई मिस मोना को बचाने की पूरी कोशिश कर रहा है। यह उनके लिए लोगों के प्यार का स्पष्ट प्रमाण है। अब तक पचास लाख रूपया बैंक से निकाला जा चुका है। जल्द ही पूरी राशि लेकर मिस्टर आकाश और पुलिस वाले किडनैपर के पास जायेंगे। और उन्हें बचा लिया जाएगा।
पत्रकार २- यह वास्तव में अविश्वसनीय है! एक बेहतरीन रेस्क्यू ऑपरेशन! बचाव अभियान में
मदद के लिए कई पुलिस की टीम वाले यहां आए हैं।
पुलिस वाले आकाश को लेकर बैंक के भीतर जाते हैं।
क्लर्क- वह रहा सारा पैसा…
आकाश- आप सभी को धन्यवाद।
महिला बैंककर्मी- हमें आपके लिए बहुत खेद है। भगवान आपकी मदद करें।
आकाश- आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
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सभी पुलिस वाले और पत्रकार समुन्दर किनारे पहुच जाते हैं।
समंदर किनारे लोगो की भीड़ जमा होती है।
ए.सी.पी.- आकाश ने जिस लडके के बारे में बोला था, उसकी कोई खबर मिली?
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- अभी नहीं... मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रहा था...
ए.सी.पी.- शायद आकाश का पडोसी उसने उसे उस लड़के को घर के बाहर देखा हो। जाओ और फिर से पूंछताछ करो।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- हां।
ए.सी.पी.- इंस्पेक्टर मैंने मिस्टर आकाश को ट्रेस करने के लिए जो डिवाइस बोला था?
इंस्पेक्टर- यस सर, हमने उसके लिए वह माइक्रो माइक डिवाइस ला दिया है। और यहाँ से चारो ओर कई ज़ूम कैमेरे भी फिट करवा दिया है।
पत्रकार- यह वास्तव में एक असाधारण बचाव अभियान है। हम सभी जानते हैं कि मिस्टर आकाश अपनी पत्नी को धोखा दिया है लेकिन अब वह उसकी जान बचाने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। फिर हम उसका समर्थन कैसे नहीं कर सकते? हम अभी भी इंतजार कर रहे हैं और अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया है। वह अपनी पत्नी के जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है...
ए.सी.पी.- मिस्टर आकाश संभलकर जाना। और हमने तुम्हारे पॉकेट में एक उपकरण फिट कर दिया। हम तुम दोनों की बात सुन सकेंगे। और इस डिवाइस से तुम हमारे साथ संपर्क में रहोगे। हमारे डॉक के चारो ओर सिविल ड्रेस में फैले हुए हैं। लेकिन घबराना मत हमारे साथ संपर्क में बने रहने की कोशिश करना। ठीक है?
पोलिस वाला- यह हमारा ट्रांसमीटर है। हम उसके द्वारा तुम्हारी सारी बात सुन सकेंगे।
ए.सी.पी.- वैरी गुड…
आकाश को पैसो से भरा बैग देकर एक छोटी सी बोट में बिठा दिया
जाता है। समंदर के बीच बने
टापू पर जाने के लिए। दूसरी ओर नेहा आकाश के पडोसी मिसेज शर्मा को लेकर ए.सी.पी.
के पास आती है।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- शायद आप मुझे जवाब दे सकते हैं। क्या आपने हाल ही में किसी अजनबी को मोना के घर बाहर देखा है? एक ऐसा आदमी जो मिस मोना से बात करता हो?
मिसेज शर्मा- हाँ एक लडके को मैंने अक्सर कई बार मोना के साथ बात करते देखा है, जिसकी आँखे
हल्की से भूरी हैं… गोर रंग का, खुबसूरत लड़का
है।
ए.सी.पी.- क्या कहा भूरी आँखों वाला लड़का? मैंने भी उसे आज देखा है। हां… सच में...
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- कहाँ पर सर?
ए.सी.पी.- वह लोगों के बीच था, लेकिन बीच में नहीं। उसे ऐसा लग रहा था जैसे वह वहां स्थिति की जांच करने के लिए आया हो। वह एक अजीब सा आदमी था।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- दोबारा देखने पर क्या आप उसे पहचान सकते हैं?
ए.सी.पी.- बेशक मैं कर सकता हूँ। ठीक है। फ़िलहाल हमें यहाँ की स्तिथि पर ध्यान देना चाहिए, मिसेज शर्मा अब आप जा सकती हैं।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- थैंक यू मिसेज शर्मा।
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आकाश बीच समंदर के टापू पर पहुचता है। जहाँ वह पैसो से भरा बैग लेकर डॉक के भीतर जाता है। चारो
ओर अँधेरा फैला हुआ होता है।
ए.सी.पी. (माइक्रोफ़ोन पर)- मिस्टर आकाश अन्दर क्या नजर आ रहा है?
आकाश (माइक्रोफ़ोन
पर)- सर यहाँ चारो ओर अँधेरा फैला हुआ है। कुछ नजर नहीं आ रहा है।
अँधेरे से एक आवाज़ आती है... “पैसो से भरा बैग यहीं पर रख कर
पीछे मुड जाओ मिस्टर आकाश”। फिर एक जोर का
धमाका होता है। और आकाश के सामने से बैग गायब हो जाता है।
ए.सी.पी. (माइक्रोफ़ोन पर)- मिस्टर आकाश तुम्हे अन्दर गए पंद्रह मिनट हो गए. किडनैपर
तुमसे मिला?
आकाश (माइक्रोफ़ोन पर)- सर चारो ओर अँधेरा फैला है। लेकिन पैसो से भरा बैग गायब है।
पोलिस वाला- क्या? उसने बैग लिया और फिर चला गया।
ए.सी.पी.- ओ माय गॉड! ओ पैसे लेकर भाग भी गया? कैमरा में चेक करो वह कहाँ से भागा?
इंस्पेक्टर- नहीं सर कैमरे में कुछ नजर नहीं आ रहा।
नेहा (महिला इंस्पेक्टर)- नहीं, नहीं, वह लड़का खुद को कैमरे से छुपाने में होशियार
था। अब क्या होगा? कम से कम कुछ बताने की कोशिश करो। ठीक है, चलो हम और कैमरे
की रिकॉर्डिंग की जांच करते हैं।
ए.सी.पी.- ये क्या किसी भी कैमरे में कुछ रिकॉर्ड नहीं हुआ?
समाप्त ---
आगे क्या हुए ये जानने के लिए हमारे अगले भाग का इंतज़ार करे धन्यवाद.
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