Audition Script in Hindi
शायद ओ आखरी मुलाक़ात थी, जिस दिन के बाद हम कभी मिल न सके. मैं अपने
माँ-बाबूजी की एकलौती बेटी थी. माँ का प्यार और बाबूजी का स्नेह सदा मेरे ऊपर बना
रहा. लेकिन ऐसा क्या हुआ जो अचानक ही मेरी सारी दुनिया ही बदल गयी. माँ मुझसे बात
तक नहीं करना चाहती और बाबूजी तो मेरा मुँह तक नहीं देखना चाहते. मैं इसे अपनी
गलती कहूं या जीवन का अहम् फैसला जिसे मैंने अपने माँ-बाबू जी के लाख मना करने पर
भी मैं उस राह पर अपने आपको रोक न सकी. जिस राह पर मुस्किलो का साया होता है, जिसे
दुनिया वाले प्यार इश्क मोहब्बत कहते
हैं.
जिंदगी में किसी का साथ काफी है, कंधे पर किसी का हाथ ही काफी है, दूर हो या
पास, क्या फर्क पड़ता है, अनमोल रिस्तो का तो बस एहसास ही काफी है. तुम मुझे अकेला
छोड़कर न जाने कहाँ चले गए. अगर छोड़कर जाना ही था तो इस दामन को मैला क्यों किया.
मुझे बिन व्याही माँ बनाकर. मेरे गोद में ये नन्हा खिलौना क्यों थमा दिया?. अब मैं
दुनिया वालो को क्या कहूँगी?, कैसे मैं उनके सवालों का सामना करुँगी? खैर तुम मेरे
साथ कोई रिश्ता रखा या न रखो पर तुम मेरे जीवन साथी सदा रहोगे. तुम्हारा इंतज़ार
मरते दम तक करती रहूंगी.
अरे आपस में लड़ते क्यों हो? ये सारा जहाँ उसी का है, जो मुस्कुराना जानता है,
जो अपने पराये सब को गले लगाना जानता है उसी के दिल में रब रहता है. रौशनी भी उसी
की है, जो शमा जलाना जानता है. मुस्किल समय में जो डर के पीछे नहीं भागता है, उसका
सामना करके सब को है हँसाता. अरे दोस्तों आपस में क्यों लड़ते हो जब हर दिल में रब
बसता है. हर जगह मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारे हैं, लेकिन भगवान उसी का है जो सर
झुकाना जानता है.
एक प्रेम पत्र इंसान का पूरा जीवन बदल के रख देता है. खैर तुम सुनो मेरा आशिक
मुझे क्या कहना चाहता है. वह लिखता है. “खिलते हुए फूलो के रंग चुराने हैं. मुझे
ये मौसम तेरे संग चुराने हैं. तेरी जैसी मूरत मुझे एक और बनानी हैं. मुझे तेरे सभी
अंग चुराने हैं. और तेरे ही आँखों की नमी चुरा लेनी हैं हमें. और क्या लिखू बस
मुझे तेरे संग घर बसाना है. तुझे अपना बनाना है.” अब मैं इसे क्या कहूँ बेवकूफ है
ये तो. आय लव यू के तीन शब्द छोड़कर कोई इतना लम्बा-चौड़ा लेक्चर लिखता है. ये जरूर
मेरी क्लास का कोई स्कॉलर लड़का होगा. जिसकी आँखों पर मोटा सा चस्मा होगा. मुझे ऐसे
लडके से प्यार नहीं करना, जो मोबाइल पर मैसेज भेजने के टाइम पर ख़त लिखता हो.
यह तो मतलब की दुनिया है, यहाँ कौन किसी का होता है. यहाँ धोखा वही देता है,
जिस पर भरोसा होता है. इसलिए मेरे दोस्त मेरी एक सलाह मान लो सब कुछ करना लेकिन
भरोसा किसी पर न करना. चाहे ओ सगा बाप ही क्यों न हो. बस हर किसी से अपना काम
निकालना सीखो. अपना उल्लू सीधा करो, लोगो का यूज़ करो. यहाँ सीधा-साधा बन के कुछ
नहीं मिलता. दुनिया चूना लगा के चली जाती है और अगर काम सीधी उंगली से न हो तो
उंगली को टेंडी करनी कि कोई जरूरत नहीं, पूरा घी का डब्बा हो फोड़ दो. समझे बेटा?
क्या बाबू? शहर में नए लगते हो. कौन से जिले से आ रहे हो? हर चीज को बड़े गौर
से देख रहे हो. बोलते क्यों नहीं? हाँ... दत्त तेरी की... तो तुम सच में गूंगे हो.
कोई बात नहीं हमारे पास ऐसी-ऐसी दवा है गूंगे क्या बहरे भी बोलने लगते हैं. कुछ
पैसा-वैसा घर से लेकर चले थे के नहीं? नहीं...
दत्त तेरी की... कोई बात नहीं, गले में ये चैन सोने कि है? हाँ... अरे वह
तब तो तुम जरूर बोलने लगोगे. अब चुप चाप अपनी चैन निकालकर मेरे हाथ में दे दो, नहीं तो देख रहे हो ये
छूरा घोंप देंगे पेट में. अरे चिल्ला क्यों रहे हो? अरे तुम तो बोल सकते हो! फिर
तो हमें माफ़ कर दो.
अब तो न भूख लगाती
है, न प्यास. न जाने हमें क्या हो गया है. कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है. जब से ओ
हमसे हँस कर बात की है, तब से न जाने क्या हुआ है? पलकों ने बहुत समझाया लेकिन यह
आंख नहीं मानी, दिन तो हँस कर गुजारा हमने लेकिन यह रात
नहीं मानी, बिस्तर से सलवट दे रही थी गवाही किसी और
की, हमने करवट बदल ली लेकिन यह बात नहीं मानी.
लोग इसे प्यार कहते है, डॉक्टर बुखार कहते हैं. अब समझ न आ रहा दवा खाए या जहर, अब
क्या बताये अभी-अभी उनसे दोबारा नुक्कड़ पर मुलाकात हुई, न जाने क्या हुवा आज तो ओ
हमारी तरफ नजर उठाकर देखे तक नहीं.
बेटा जीवन की डगर बहुत कठिन है. यहाँ पर मुकाम पर हम इंसानों को संघर्ष करना
पड़ता है. एक बात हमेशा याद रखना... अगर खुद पर हो भरोसा, तो किस्मत में जो लिखा ओ
पाओगे. और अगर तुम्हे... हो खुदा पर भरोसा, तो खुदा वही लिखेगा जो तुम चाहोगे. अब
फैसला तुम्हारे हाथो में है तुम्हे क्या करना है. बेटा जीवन में हर मुकाम दिमाक से
नहीं जीता जा सकता कहीं-कहीं दिल का भी इस्तेमाल करना पड़ता है. तो उठ मायूस क्यों
बैठा है तेरी राह तुझे पुकार रही हैं. आज तुझे पूरा दुनिया को दिखा देना है तुझमे
कितना दम है. आज के इस खेल में तुझे जीतना ही है. सिर्फ जीतना.
मैं तो आप के चरणों की धूल हूँ. आप जो कहेंगे वही करुँगी. कल रात आप मेरे
सपनों में आये थे. और मेरे कानो में कुछ कह गए. जिंदगी चाहे एक दिन की हो या चार
दिन की, उसे एसे जियो जैसे की जिंदगी तुम्हे नहीं मिली, जिंदगी को तुम मिले हो. रात
के अँधेरे में आते हो और कानो में धीरे से मीठे बोल बोल जाते हो. मैं आपकी सारी
बाते इन लोगो को बतायी लेकिन कोई मेरा यकीन ही नहीं करता. मुझे पता है आप सब के
सामने नहीं आओगे. बस मंदिर में बैठे हम सब को नचाओगे. जय हो श्री कृष्णा भगवान्
की. जय हो.
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