main ads

Short movie script in Hindi (पुष्पा)

Short movie script in Hindi
Short movie script in Hindi

Short movie script in Hindi (पुष्पा)

----- Night scene 

विक्रम नशे में बडबडाते बेहोश फ़र्स पर पडा होता है. बियर की कई खाली बोतले पड़ी होती हैं. बियर की अंतिम सिप पीने के बाद आजाद बोतल छत से नीचे फेंक देता है. अमन और अन्य कुछ लडके उसकी तरफ देखते ही रह जाते हैं.

अमन क्या यार तूने तो सारा बोतल ख़त्म कर दिया.

उसी वक़्त विक्रम के मोबाइल पर रिंग बजती है. सारे लडके विक्रम के मोबाइल की ओर गौर से देखते हैं.

आजाद यार ये विक्रम के डैड का कॉल है. और अपना विक्रम तो पीकर टल्ली पडा है.

दोबारा मोबाइल पर रिंग बजता है. अमन विक्रम को जगाने की कोशिश करता है.

अमन अरे यार उठ! देख तेरे डैड का कॉल आ रहा है.

आजाद पानी का बोतल लेकर पानी की कुछ छींटे विक्रम के चेहरे पर मरता है. विक्रम की आँखे खुल जाती हैं.

अमन अरे यार तेरे डैड का कॉल आ रहा है.

विक्रम हडबडाकर उठकर बैठ जाता है. और झट से मोबाइल अपने हाथ में लेकर कॉल रिसीव करता है.

विक्रम यस डैड!

विक्रम डैड बेटा मैं कब से तुझे कॉल कर रहा था. तेरी मम्मी और मैंने तेरे लिए एक लड़की पसंद की है. अपने पास के मंदिर वाले पुजारी ने तेरी मम्मी तो तस्वीर दिखाई है.

विक्रम पर डैड अभी मेरी पढाई तो पूरी हो जाने दीजिये.

विक्रम डैड अरे बेटा हमने तस्वीर दिखी है. लड़की दिखने में बहुत अच्छी है. और तो ओ तेरे हॉस्टल से थोड़े दूर पर ही रहती है. मैंने उसकी तस्वीर और एड्रेस तुझे व्हाट्सअप कर दिया है. तू देख ले अगर तुझे पसंद आये तो हम बात आगे बडाये. वर्ना कोई गल नहीं.

विक्रम अपने दोस्तों की ओर देखता है. सारे दोस्तों के चेहरे पर मुश्कान होती है. विक्रम इशारे से उन सब को शांत रहने के लिए कहता है.

विक्रम ओके डैड. मैं फिर कभी मिल लूँगा, फ़िलहाल अभी मैं अपनी स्टडी में बीजी हूँ.

विक्रम डैड ओके बेटा. मैं फ़ोन रखता हूँ.

विक्रम लव यू डैड!

कॉल कट जाती है. विक्रम मोबाइल पर व्हाट्सअप्प खोलता है और मोबाइल स्क्रीन पर एक सुन्दर लड़की की तस्वीर होती है. उस तस्वीर के नीचे पुष्पा नाम लिखा होता है. नाम देखते ही सभी के चेहरे खिल उठते हैं और ख़ुशी से झूम जाते हैं.

सभी (शोर मचाते हुए) पुष्पा!

तस्वीर के नीचे एड्रेस दिया होता है.

विक्रम बी -२१, श्याम मोहल्ला, मंदिर वाले गले के सामने, सहारनपुर. अब तो इस लड़की से मिलना पडेगा.

अमन – विक्रम भाभी तो एक नंबर है. अगर ये तुम्हारी ज़िन्दगी में आ गयी तो समझो लाइफ सेट है.

विक्रम – (मोबाइल पर तस्वीर घूरते हुए) तू सही बोल रहा है. ये लड़की पूरी परी है. इसके लिए तो मैं अपनी जान तक दे सकता हूँ.

विक्रम मोबाइल पर लड़की की तस्वीर चूम लेता है.

सभी (जोश में) यश!

------- Day scene

नेहा के पूरे चेहरे पर स्कार्फ बंधा होता है. आईने के सामने बैठे अपने हाथो में कंगन पहन रही होती है. उसी वक़्त दरवाजे पर नॉक होता है. नेहा टेबल से उठकर डोर खोलती है. सामने विक्रम खडा होता है. विक्रम की आँखे नेहा की आँखों से टकराती है. नेहा एक टक विक्रम की देखते ही रह जाती है.

विक्रम –  तुम्हारे यहाँ अन्दर बुलाने का चलन नहीं है क्या?

नेहा प्लीज आइये.

विक्रम कमरे के भीतर आता है.

नेहा चेयर पर बैठ जाइये.

विक्रम चेयर पर बैठ जाता है. नेहा चुपचाप खड़ी होती है.

विक्रम तुम यहाँ पर अकेली रहती हो? और कोई घर में नजर नहीं आ रहा है.

नेहा नहीं? मेरे पिता मेरे साथ रहते हैं. ओ इस समय काम पर होंगे.

विक्रम खैर मैं यहाँ पर पुष्पा से मिलने आया हूँ. उसकी तस्वीर मेरे मोम-डैड मेरे पास भेजे हैं. और मुझे उसकी तस्वीर पसंद आ गयी है. लेकिन मैं अपने आप को रोक नहीं सका और उसकी तस्वीर देखने के बाद उससे पर्सनली एक बार मिलना चाहता हूँ. ओ कहाँ है उसे एक बार बुला दो.

नेहा तुमने पहचानने में भूल कर दी, पुष्पा तुम्हारे सामने खड़ी है.

विक्रम क्या?

विक्रम चेयर से उठकर खडा हो जाता है. नेहा के करीब जा उसके हाथ में अपने हाथो में थाम लेता है.

विक्रम मुझे माफ़ करना. अपना स्कार्फ निकालकर, अपना ब्यूटीफुल चेहरा दिखा दो. प्लीज.

नेहा चेहरा देखने के बाद. तुम्हारे पैरो तले जमीन खिसक जायेगी.

विक्रम मैं बेताब हूँ.  

नेहा अपने चेहरे से स्कार्फ हटा देती है. विक्रम नेहा का चेहरा देखते ही चिल्लाकर अपना मुँह मोड़ लेता है. नेहा का चेहरा पूरी तरफ से जला होता है.

नेहा विक्रम तुमने पेहचना मैं नेहा हूँ. जिसकी ज़िन्दगी तुम्हारे वजह से बर्बाद हो गयी. एक समय था जब तुम मेरे प्यार में दीवाने थे. दिनरात मेरा पीछा किया करते थे. पर जिस दिन मैंने तुम्हारे प्यार को ठुकरा दिया उसी रात कुछ अनजान लोगो ने मेरे चेहरे पर तेज़ाब फेक कर मुझे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. और हमारे देश की लाचार पोलिस और कानून व्यवस्था तुम्हे एक दिन भी सलाखों के पीछे नहीं रख पायी. 

विक्रम मैं क्या कर सकता हूँ? मैं पूरी तरह से निर्दोष था. इसलिए पोलिस ने मुझे छोड़ दिया.

नेहा – ये क्यों नहीं कहते तुम्हारे डैड के पैसो के सामने पोलिस बिक गयी.

विक्रम (हकलाते हुए) तुम्हारी ज़िन्दगी बर्बाद करने वाले होंगे कोई और. लेकिन इस टाइम मैं पुष्पा से मिलना चाहता हूँ. प्लीज एक बार उससे मिला दो. जिस दिन से उसकी तस्वीर देखा हूँ बस दीवाना बन बैठा हूँ.

नेहा ओ टाइम भी जल्द आयेगा. जब तुम्हारा सामना पुष्पा से होगा. लेकिन अब तुम यहाँ से जा सकते हो.

विक्रम कुछ सोचते हुए नेहा के सामने से मुड़कर चला जाता है. नेहा गुस्से में टेबल पर रखे ग्लास को उठकर सीसे पर फेकती है और सीसा टूट जाता है.  

------- Day scene 

विक्रम अपने दोस्तों के साथ सिगरेट पी रहा होता है. सारे दोस्त बारी बारी से एक ही सिगरेट एक दुसरे के पीने के बाद पीते हैं. उसी वक़्त विक्रम के मोबाइल पर रिंग बजता है.

आजाद देख यार तुझे कौन याद कर रहा है?

अमन विक्रम ये जरूर तेरे मोम डैड का कॉल होगा. रुक मैं मोबाइल लेकर आता हूँ.

विक्रम नहीं यार ये मेरे मोम – डैड का कॉल नहीं, किसी अनजान लड़की का कॉल है.

आजाद लड़की? जरूर ओ तेरे प्यार में पागल हुई होगी. और तेरी किस्मत के क्या कहने हर बार एक नयी लड़की फँस ही जाती है.

अमन फिर जरूर अपने कॉलेज की होगी. तू जल्दी से उसे प्रपोज क्यों नहीं करता. हम सब तेरे लिए एक दिन के लिए कमरा खाली कर देंगे. फिर तो तेरे मौज ही मौज होंगे.

विक्रम ये सब तो ठीक है यार, लेकिन मैं जानता नहीं ओ कौन है. जब भी उसके कॉल को रिसीव करो कुछ बोलती ही नहीं.

आजाद कुछ बोलती नहीं? मतलब गूंगी है क्या?

अमन नहीं यार, बेचारी सीधी साधी होगी. तू ही उसे सही से लाइन नहीं दे रहा होगा.

विक्रम तू शायद सही बोल रहा है. उसे सही लाइन पर लाना होगा. लेकिन तुझे तो पता है मुझे गोरी चमड़ी वाली लड़कियाँ बहुत पसंद आती हैं. और न जाने ये कैसी है? मैंने इसे देखा तक नहीं है.

उसी वक़्त दोबारा विक्रम के मोबाइल पर रिंग बजता है. सभी बड़े गौर से टेबल पर रखे मोबाइल की ओर देखते हैं. विक्रम धीरे धीरे टेबल की ओर बड़ता है और मोबाइल को अपने हाथो में लेकर चूमता है. मोबाइल पर आ रहा कॉल अननॉन होता है. विक्रम कॉल रिसीव करता है.

विक्रम हेलो!

पुष्पा (धीरे से) मैं तुमसे मिलना चाहती हूँ.

विक्रम लेकिन आप हैं कौन?

पुष्पा मैं आप को पिछले छे महीने से देख रही हूँ और मैं मन ही मन तुमसे प्यार करने लगी हूँ. मैं तुम्हारी क्लासमेट हूँ.

विक्रम तुम्हारा नाम क्या है?

पुष्पा मिनले पर मैं सब बता दूंगी. सो आप मुझसे मिनले पहाड़ी के पीछे सूरज ढलने के ठीक बाद आ जाना.

विक्रम पुष्पा की बाते सुनते ही कुछ समझ नहीं पाता है. उसके दोस्त विक्रम को इशारे से हाँ कहने के लिए कहते हैं.

विक्रम ठीक है! मैं तुमने मिलने आज शाम आऊँगा. तुम मेरा इंतज़ार करना.

कॉल कट जाता है.

------ Evening scene 

विक्रम बाइक चलाकर आता है. बाइक को स्टैंड पर खाड़ी कर विक्रम बाइक से नीचे आता है. विक्रम अपनी नजर चारो ओर घुमाता है उसे कोई नजर नहीं आता है. सूरज ढल रहा होता है. विक्रम की नजर पहाड़ी के एक कोने एक चट्टान पर बैठे एक लड़की पर पड़ती है. लड़की विक्रम के ओर अपना पीठ करे बैठी होती है. विक्रम उसके पीछे से चलते हुए उसके करीब जाता है.

विक्रम तो तुमने ही मुझे कॉल किया था?

एक पल के लिए लड़की कोई जवाब नहीं देती.

विक्रम मैं तुमसे ही बात कर रहा हूँ. क्या तुमने ही मुझे कॉल किया था?

लड़की दोबारा कोई जवाब नहीं देती है. विक्रम गुस्से में उस लड़की का हाथ पकड़ अपनी ओर खीचता है. विक्रम के सामने नेहा होती है.

विक्रम तुम?

नेहा हाँ मैं! तुम्हे तो झटका लगा होगा. की एक नयी लड़की हाथ लगते लगते बच गयी. क्यों न?  तुझे अपनी हवस बुझाने के लिए हर बार एक नयी लड़की का इंतज़ार रहता है. और तू हर बार एक नयी लड़की को अपने जाल में फँसा भी लेता है. लेकिन अब तेरा ये खेल ज्यादा दिन नहीं चलने वाला.

विक्रम (चीखते हुए) बकवास बंद कर. पुष्पा कहाँ है?

नेहा पुष्पा! पुष्पा उन लड़कियों में से नहीं जो तेरे जैसो के चंगुल में फसने वाली. ओ एक ऊँची चीज है. तेज़ाब है. तेज़ाब. जो तुझे जलाकर भस्म कर देगी.

विक्रम मैं उस तेजाब में जल जाना चाहता हूँ. ओ परी है. उसका आज की किसी भी लड़की से कोई मेल नहीं.

नेहा अपने सूट से एक चाकू निकालकर विक्रम के गर्दन पर वार करने की कोशिश करती है. विक्रम नेहा को अपने हाथो में दबोच लेता है. नेहा और विक्रम के बीच खुनी जंग होने लगती है. विक्रम से लड़ते लड़ते नेहा थक चुकी है और विक्रम उसे धक्के मार पहाड़ियों से नीचे फेक देता है. चीखते हुए नेहा पहाड़ियों में गिरकर अपनी जान खो देती है.    

----- Night scene 

विक्रम टेलीविज़न पर पुष्पा मूवी देखते हुए जोर जोर से हँस रहा होता है. दीवार पर टंगी घडी में रात्री के एक बज रहे होते हैं. उसी वक़्त टेबल पर रखे विक्रम के मोबाइल पर रिंग बजती है. विक्रम अपनी चेयर से उठकर मोबाइल अपने हाथो में लेता है. विक्रम की नजर मोबाइल के स्क्रीन पर पड़ती है. और स्क्रीन पर पुष्पा नाम लिखा होता है.

विक्रम (बडबडाते हुए) – पुष्पा! ये पुष्पा कौन है? मैं तो किसी पुष्पा नाम की लड़की को जानता तक नहीं.

मोबाइल पर बज रहा रिंग बंद हो जाता है. विक्रम की नजर टेलीविज़न पर पड़ती है और टेलीविज़न पर दिख रही पुष्पा स्क्रीन पर हंसती है. दोबारा विक्रम के मोबाइल पर पुष्पा का कॉल आता है. विक्रम कॉल रिसीव करता है.

मोबाइल पर आवाज़ आती है.

पुष्पा “विक्रम आई लव यू”!

विक्रम डर से कापने लगता है. और झट से कॉल को काट देता है.

विक्रम ये मुझे क्या हो रहा है. मुझे हर तरफ पुष्पा ही नजर क्यों आ रही है? मैं अमन को कॉल करता हूँ.

विक्रम अपने मोबाइल पर अमन का नंबर डायल करता है. कई बार रिंग बजती है.

विक्रम कम ओन अमन प्लीज कॉल रिसीव कर.

---- Night scene 

अमन साईट पर काम कर रहा होता है. उसी वक़्त अमन का ध्यान अपने मोबाइल पर जाता है. और अमन कॉल रिसीव करता है.

अमन यस विक्रम क्या हुआ? तू अभी तक सोया नहीं.

विक्रम (काँपते हुए) अरे यार मेरे मोबाइल पर किसी पुष्पा नाम की लड़की का कॉल आया था. 

अमन क्या ? तू पागल हो गया है क्या? देख ऐसा नहीं हो सकता. मुझे लगता है तू पुष्पा मूवी देख रहा था, उसी का असर है. तुझे फ़िल्मी फ़ोविया हो गया है.  मेरी बात मान तू टेलीविज़न बंद करके चुपचाप सो जा. सुबह तक सब सही हो जाएगा.

विक्रम तू शायद सही बोल रहा है.

डर से विक्रम का मोबाइल हाथ से छुट कर जमीन पर गिर पड़ता है. कुछ समय के चारो ओर शांति छा जाती है. तभी अचानक दोबारा मोबाइल पर रिंग बजती है और विक्रम उस मोबाइल को फ़र्स से दोबारा उठाकर रिसीव करता है.  मोबाइल से पुष्पा की आवाज़ आती है.

पुष्पा मैं तुम्हारा पहाड़ी के पीछे वाले जंगल में इंतज़ार कर रही हूँ. मेरे भीतर एक प्रेम ज्वाला जल रही है. तुम उस ज्वाला को बुझा सकते हो. प्लीज मुझसे मिलने जल्द से जल्द आ जाओ.

कॉल कट जाता है.

----- Night scene 

विक्रम कमरे से बाहर निकलता है. चारो ओर सन्नाटा छाया हुआ है. हल्की सी चांदनी रोशनी फैली हुयी है. सूनसान सड़क पर विक्रम चलने लगता है. सड़क पर चलते चलते विक्रम काफी दूर आ गया है. उसे नहीं समझ आ रहा किस रास्ते जाना है. उस वक़्त एक तेज प्रकाश उस पर पड़ता है और विक्रम पलटकर पीछे देखता है. सामाने से एक तेज रफ़्तार में मोटर बाइक उसकी तरफ आ रही होती है. रफ़्तार से बाइक अपनी ओर आते देख विक्रम सड़क पर भागता है. भागते भागते विक्रम थक कर सड़क पर गिर जाता है. और मोटर बाइक उसके पैरो पर चड़कर चली जाती है. विक्रम चीखते हुए सड़क पर पडा होता है.

विक्रम नहीं!

बाइक लौट कर दोबारा विक्रम के करीब आकर रुक जाती है. बाइक को स्टैंड पर लगाकर नेहा नीचे उतरती है. और अपने सर पर लगाये हेलमेट को हटाकर विक्रम के सामने खड़ी होती है. दर्द से चिल्ला रहा विक्रम नेहा की ओर देखते रहता है. 

नेहा – पुष्पा कोई और नहीं एक छल था, तुम्हे झाल में फ़साने का. उस दिन पोलिस ने तुम्हे कोई सजा नहीं दिलवा पायी. लेकिन आ तुम्हे सजा नेहा देगी, यानी पुष्पा देगी.

नेहा दोबरा बाइक पर बैठती है और दोबारा सड़क पर पड़े विक्रम के ऊपर से लेकर चली जाती है और विक्रम वहीँ पर अपना दम तोड़ देता है.

समाप्त---

एक टिप्पणी भेजें

4 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Please do not enter any spam link in the comment box.