Practice script for acting auditions in Hindi |
Practice script for acting auditions in Hindi
लड़का- क्या हुआ आज फिर देर तक काम कर रही हो?
लड़की- हाँ फाइल ठीक से लगा रही हूँ, ताकि कल से मैं ऑफिस न आऊँ, तो मुझे दस बार फ़ोन न आये. ये फाइल कहाँ राखी है? ओ डॉक्यूमेंट कहाँ है? आल दैट.
लड़का- अच्छा तो तुम फिर से ऑफिस छोड़ के जाने का सोच रही हो.
लड़की- अगर आप मजबूर करोगे तो छोड़ना ही पडेगा.
लड़का- ज़रा सी मुसीबत क्या आ गयी सब कुछ छोड़-छाड़ के भागने की आदत है तुम्हे.
लड़की- अगर मुसीबत आप के जैसे है, तो मेरी ऐसी ही आदत है.
लड़का- रात काफी हो गयी है, अब तुम जाओ.
लड़की- अब रात से डर नहीं लगता. डर तो आप जैसे बॉस से लगता है, जो अपने एम्प्लोयी से दिन रात काम तो कराते हैं पर तन्खा सिर्फ उनके जीने भर का देते हैं.
लड़का- एक बार बॉस बन दे देख लो, कितना टेंसन है ये कुर्सी पर बैठने के बाद. मैन्युफैक्चरिंग, मार्केटिंग, एडवरटाइजिंग और न जाने कितने टेंसन झेलने के बाद पैसे आते हैं. तब कहीं जाकर एक बिज़नस चलता है.
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लड़का- बुलबुल आई यम सॉरी.
लड़की- मुझे किसी के सॉरी या थैंक यू की जरूरत नहीं है.
लड़का- रात काफी हो गयी है मैं तुम्हे घर छोड़ देता हूँ.
लड़की- आप छोड़ने में माहिर हो. मैं किसी को छोड़ने का मौका नहीं देती.
लड़का- मतलब?
लड़की- मतलब, मैंने घर पर इन्फॉर्म कर दिया है कोई न कोई मुझे लेने आता ही होगा.
लड़का- बुलबुल प्लीज एक बार मेरी बात तो सुनो. देखो मुझे थैंक यू बोलना था तुम्हे.
लड़की- मैंने ये सब आपके लिए नहीं किया. मैं सिर्फ इतना साबित करना चाहती थी की मैं चोर नहीं हूँ. ऑफिस कि फाइलें मैंने नहीं चुराये थे. और आज ये साबित हो गया.
लड़का- आई होप तुम कल ऑफिस आओगी?
लड़की- मैं नहीं आउंगी.
लड़का- तुम्हे आना पडेगा.
लड़की- क्यों?
लड़का- क्युकी मैं चाहता हूँ. तुम पर मैंने शक किया मेरी गलती थी. पर क्या तुम मुझे एक बार मेरी गलती सुधारने का मौका नहीं दोगी? प्लीज...
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लड़का- तुम यहाँ पर क्या कर रही हो प्रज्ञा? प्लीज मुझे अकेला छोड़ दो. तुम वापस जाओ.
लड़की- वापस जाने के सारे दरवाजे बंद कर आई हूँ. नौकरी छोड़ दी मैंने भी.
लड़का- तुम पागल हो गयी हो? तुमने अपनी नौकरी क्यों छोड़ दी.
लड़की- क्युकी तुमने छोड़ दी.
लड़का- क्या मेरे लिए तुमने अपनी नौकरी छोड़ दी. क्या तुमने एक बार भी अपने परिवार के बारे में नहीं सोचा. अब कहाँ से लाओगी पैसे?
लड़की- तुमने भी नहीं सोचा अपनी इज्जत के लिए न. मेरे लिए भी पैसे कि अहमियत पैसे से ज्यादा नहीं है. जहाँ... जहाँ तुम जैसे सच्चे इंसान की इज्जत न हो, वहाँ मैं काम नहीं कर सकती. और पैसो का क्या है दुनिया की आखरी नौकरी थी नहीं. कहीं और नौकरी मिल जाएगी मुझे.
लड़का- पर प्रज्ञा...
लड़की- तुम मुझे नहीं रोकोगे. अगर तुम मेरी परवाह करते हो तो.
लड़का- मुझे तो खुद नहीं पता मैं कहाँ जा रहा हूँ?
लड़की- कहाँ जा रहे हो, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. साथ कौन जा रहा है, ओ इम्पोर्टेन्ट है. तुम भले ही मुझसे प्यार नहीं करते. लेकिन मुझे हमेशा अपने साथ पाओगे. तुम्हारे हर मुस्किल में, तुम्हारे हर बुरे हालात में, तुम्हारी ज़िन्दगी में भले ही मेरे लिए जगह न हो. पर तुम्हारी हर मुसीबत में, अपने लिए मैं जगह खुद ढूँढ लुंगी.
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लड़का- यू नो व्हाट? कभी-कभी मुझे तरस आता है तुम्हारा बॉय फ्रेंड तुम्हे झेलता कैसे है?
लड़की- मेरा कोई बॉय फ्रेंड नहीं है.
लड़का- ओह रिअली! वैसे तुम इतनी बुरी भी नहीं दिखती, जो तुम्हारा आज तक कोई बॉय फ्रेंड भी नहीं है.
लड़की- वैसे आप भी इतने ख़ास नहीं दिखते, फिर भी कितनी सारी गर्ल फ्रेंड हैं आपकी.
लड़का- इतनी सारी गर्ल फ्रेंड हैं से मतलब.
लड़की- मतलब आपको क्या लगता है, मैं अंधी हूँ? मुझे कुछ दिखाई नहीं देता है? कितनी सारी लड़कियाँ आपके इर्द-गिर्द घूमती रहती हैं, आप उनको इग्नोर करते रहते हो, आप उन्हें गालियाँ देते हो. उनको डाँटते रहते हो.
लड़का- जो दिखता है न, ओ जरूरी नहीं सच हो.
लड़की- अच्छा तो ये सब लड़कियाँ आपकी दोस्त हैं, गर्ल फ्रेंड नहीं.
लड़का- न दोस्त हैं, न गर्ल फ्रेंड हैं, अरे ओ सब तो... एनी वे! फॉरगेट इट.
लड़की- ओह! न दोस्त हैं... न गर्ल फ्रेंड... यू मीन ओ सब टाइमपास... राईट तो मैं इसे शोर्ट टर्म रिलेशन कहूँ या वैरी शोर्ट टर्म रिलेशन.
लड़का- तुम्हे जो सोचना है सोचो, आई डोंट केयर.
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लड़का- रज्जो तू क्या कर रही है?
लड़की- जो मुझे इस शहर में बहुत पहले करना चाहिए था. मैं नहीं सही सकती ये सब.
लड़का- रज्जो एक बार शांति से मेरी बात तो सुन...
लड़की- प्लीज भैया मुझे आज मत रोकना. जिससे मैं प्यार करती थी, आज ओ मुझे छोड़ के किसी और से शादी कर रहा है. फिर बचा ही क्या है मेरे लिए इस शहर में. सब तो ख़त्म हो गया. आई जस्ट हेट दैट मैन. ओ तो अपनी लाइफ में ऐसे खुश है जैसे कभी कुछ हुआ ही नहीं. कभी ओ मुझसे मिला ही नहीं.
लड़का- रज्जो ऐसा कुछ नहीं होगा समझी. और तू कहीं नहीं जायेगी समझी तू, मेरी बात सुन, तू कहीं नहीं जायेगी. मैंने अभी तक हार नहीं मानी और न ही तुझे हार मानने दूंगा, ठीक है. और मैं तब तक लडूंगा जब तक तुझे और तेरे बच्चे को हक़ नहीं मिल जाता.
लड़की- नहीं, मैं ठीक कह रही हूँ. अब यहाँ हमारे लिए कुछ नहीं बचा.
लड़का- मैंने कहा हम कहीं नहीं जायेंगे. ओ लोग होंगे बड़े घर के, पर हमारी भी तो कुछ इज्जत है न.
लड़की- कुछ नहीं सुनना है मुझे. मैं जा रही हूँ यहाँ से.
लड़का- ये सब क्या कर रहे हो? मैंने कहा न हम कहीं नहीं जा रहे.
लड़की- नहीं भैया... नहीं. मैं मजबूर हूँ भैया... मैं मजबूर हूँ.
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लड़का- बस अब और नहीं. मैंने आज तक जिंदगी में गलत बात के लिए हार नहीं मानी. लेकिन आज हार मानता हूँ. शायद उन बड़े लोगे के सामने मेरी हिम्मत छोटी पड़ गयी. हम यहाँ से चले जायेंगे.
लड़की- ठीक है जाओ लेकिन उसके पहले एक बार अपनी बहन की तरफ मुड़कर देखो. आज ये अपनों के सामने सर झुकाए बैठी है. दुनिया से नजरे मिला पाएगी? कि दुनिया के सामने इसकी नजरे यूही झुकी रहे यही चाहते हो तुम? हँसना भूल गयी है हमारी रज्जो. लोगो से खुलकर बात करना भूल जायेगी. खुली हवा में साँसे लेना भूल जायेगी. और इन सब का असर इसके होने वाले बच्चे पर पडेगा. कैसे जियेगी? एक बार सोचो तुम?
लड़का- जी लेगी. धीरे-धीरे आदत हो जायेगी ऐसे जीने की. सब प्यार करते हैं और रज्जो ने भी प्यार किया. लेकिन इसका मतलब ये नहीं सबको अपना प्यार मिल ही जाए. आज रज्जो की किस्मत में यही लिखा है. लेकिन यहाँ रह कर मैं उसके प्यार की बेज्जती नहीं होने दूंगा. उसकी इज्जत का तमाशा नहीं बनने दूंगा.
लड़की- प्लीज सुरेश एक बार, मुझे एक बार मौका दो मुझे रज्जो को आकाश के घर...
लड़का- बस! बस! बस! रज्जो अब यहाँ नहीं रहेगी.
लड़की- सुरेश...
लड़का- किस-किस से लडूंगा? उस आकाश से जो इसे छोड़ के किसी और से शादी करने जा रहा है. या फिर इन मोहल्ले वालो से जो पीठ पीछे दस तरह कि बाते करते हैं. रोज ताना देते हैं मेंरी बहन को. या फिर अपनी फैक्ट्री के उन लोगो से लडूंगा. जिन्होंने मुझे नौकरी से निकाल दिया. बोलना किस-किस से लडूं. हम... हम नहीं जी सकते यहाँ. और मैंने फैसला कर लिया है हम यहाँ से चले जायेगे. रज्जो तैयारी करो...👊फ्री ऑडिशन स्क्रिप्ट पढने के लिए -
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